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निपाह वायरस से कैसे बचें: इस घातक बीमारी से खुद को सुरक्षित रखने के तरीके!

Dr. Rahul Verma 76 Views
Published: 12 Dec 2024
Updated: 12 Dec 2024
Nipah Virus

निपाह वायरस एक बिमारी है जिसका इतिहास दो दशकों से भी ज्यादा पुराना है। यह एक ऐसी बिमारी है जिसका नाम किसी आतंक से कम नहीं है। यह बीमारी बहुत तेज़ी से फैलती है और अगर तुरंत ही इसका इलाज ना किया जाए तो ये अकाल मृत्यु का कारण भी बन सकती है। एक समय में ये एक ऐसी महामारी थी जिसने मलेशिया में 105 लोगों की जान ली थी और 257 संक्रमण के मामले दर्ज किए गए थे। वर्ष 2018 से 2024 के बीच निपाह वायरस के कारण 21 लोगों की मृत्यु का आंकड़ा दर्ज किया गया है। nipah virus in hindi आर्टिकल में, हम आपको निपाह वायरस से बचने के उपाय बताएंगे ताकि आप और आपका परिवार इस घातक बीमारी से सुरक्षित रह सकें। सही जानकारी और सावधानी बरतकर, आप इस जानलेवा वायरस से बचाव कर सकते हैं। 

निपाह वायरस : जानें क्या है ये बीमारी 

निपाह वायरस एक जेनेटिक वायरस है, अर्थात् यह एक ऐसा संक्रमण है जो जानवरों से इंसानों में फैलता है। आमतौर पर ये बीमारी फ्रूट बैट यानी कि चमगादड़ और सुअरों में पनपती है जो उनके माध्यम से इंसानों में फैल जाती है। वर्ष 1999 में पहली बार मलेशिया में इस वायरस की पहचान हुई थी, जो अब तक एशिया के कई अलग-अलग देशों में फैल चुका है।  

ये मुख्यतः मलेशिया, सिंगापुर, फिलीपींस और भारत में पाया गया है। परन्तु इसका प्रकोप एशिया, दक्षिण पेसिफिक और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी देखा जा सकता है। हाल में ही भारत के केरल प्रदेश में निपाह वायरस के मामले देखने को मिले है, और इसकी घातक प्रकृति इसे एक बड़ा चिंता का विषय बनाती है।  

निपाह वायरस: जानें इसके लक्षण  

निपाह वायरस के शुरूआती लक्षण किसी वायरल के जैसे ही प्रतीत होते हैं, परन्तु इसमें इंसान की हालत बहुत तेज़ी से बिगड़ती है और कई बार मृत्यु का कारण भी बन जाती है। आए जानते हैं क्या है इस बीमारी के लक्षण जिन पर ध्यान देना आवश्यक है:  

  • अचानक तेज बुखार आना।
  • गंभीर और लगातार सिरदर्द होना।
  • गले में खराश, खांसी और सांस लेने में कठिनाई।
  • चक्कर और मस्तिष्क में सूजन (एन्सेफलाइटिस) के कारण बेहोशी या कोमा में जाना।

अगर आप इनमें से एक या एक से ज़्यादा लक्षण देख पा रहे हैं तो आपको तुरंत ही चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि देखने में ये लक्षण किसी आम वायरल बुखार जैसे लग सकतें हैं परन्तु ये बहुत घातक होते हैं।

निपाह वायरस: कैसे फैलता है ये वायरस?

चूंकि निपाह वायरस एक जेनेटिक वायरस है, यह मुख्यत जानवरों से ही मनुष्यों में फैलता है। आए जानते हैं कि किन-किन माध्यमों से यह वायरस फैल सकता है।

1. चमगादड़ द्वारा जूठा किया हुआ फल:

अगर आप ऐसे फल का सेवन करते हैं जो चमगादड़ द्वारा जूठा किया क्या या खाया गया हो, तो आपको इस वायरस का संक्रमण हो सकता है।

2. संक्रमित हुए जानवरों से संपर्क:

अगर आप अपने घर में सुअर पालते हैं (पोर्क बनाने हेतु) या पालतू जानवरों के तौर पर भी तो लगातार उनकी जांच कराएं क्योंकि निपाह वायरस सुअरों से भी फैलता है।

3. संक्रमित या बीमार व्यक्ति से संपर्क:

यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के शरीर के द्रव्यों (जैसे कि लार, मूत्र, या रक्त) से फैल सकता है। अस्पतालों में इसका प्रसार अधिक होने की संभावना होती है, जब स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित रोगियों की देखभाल करते हैं। इसीलिए हमेशा सावधान रहें।

निपाह वायरस से बचने के तरीके

निपाह वायरस से बचना उतना भी कठिन नहीं है जितना आप सोच रहे हैं, बस कुछ उपाय और सावधानियां बरतनी है और आप इस जानलेवा वायरस से बच सकते हैं। तो आइए जानते हैं वो उपाय:

1. दूषित फल का सेवन ना करें

ऐसे कोई भी फल जो जानवरों के आधे खाए हुए हों या पेड़ों से गिरे हों उनका सेवन ना करें। इस प्रकार के फल खाने से निपाह वायरस फैलने का खतरा हो सकता है। इसलिए सावधान रहें।

2. संक्रमित जानवरों से दूर रहें

अगर आपके आसपास निपाह वायरस के मामले सामने आ रहे हैं, तो संक्रमित जानवरों जैसे सुअरों से दूर रहना चाहिए। जिन क्षेत्रों में निपाह वायरस के मामले पाए जाते हैं, वहां जानवरों से सीधे संपर्क से बचना महत्वपूर्ण है।

3. साफ सफ़ाई पर खास ध्यान दें

अपने हाथों को लगातार धोते रहें। अपने चेहरे, नाक, और कान में उंगलियां ना डालें। अपने घर और उसके आसपास का वातावरण भी साफ रखें। ऐसा करने से निपाह वायरस के संक्रमण के फैलने का खतरा कम हो जाएगा।

4. अस्पतालों में भी स्वच्छता का ध्यान रखें

अगर आप अस्पताल में कार्यरत हैं जहां आपको संक्रमित मरीजों का ध्यान रखना पड़ रहा है तो आपके लिए स्वच्छता आवाश्यक है। समय-समय पर हाथ धोते रहें और अस्पताल के परिसर को भी गंदगी से मुक्त रखें। इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाता है।

5. फल से बने उत्पादों का सेवन में सावधानी

वैसे इलाक़े जहां से निपाह वायरस के मामले सामने आए हों वहां फल से बने पदार्थ यानी जूस, कस्टर्ड इत्यादि का सेवन ना करें। ऐसे फलों का सेवन करना घातक साबित हो सकता है। 

निपाह वायरस: संक्रमण का संदेह होने पर क्या करें।

यहां कुछ उपाय हैं जो निपाह वायरस के संक्रमण हो जाने पर आपको करने चाहिए।  

  • सर्वप्रथम डॉक्टरों से संपर्क करें ताकि आपके शरीर में बढ़ रहे इनफेक्शन को रोका जा सके।  
  • अगर आप संक्रमित हैं तो लोगों के संपर्क में ना आएं।  
  • तुरंत ही अस्पताल में भर्ती हों और उपचार आरंभ कराएं।  

निष्कर्ष  

निपाह वायरस एक ऐसा संक्रमण है जो जानलेवा है। यही कारण है कि इसके प्रारंभिक लक्षण दिखते ही डॉक्टरों से संपर्क करें। सही समय पर उपचार से आपकी जान बच सकती है। अगर आपने nipah virus in hindi के बारे में सर्च किया है, तो ऊपर दी गई सावधानियों को जरूर अपनाएं और खुद को तथा अपने परिवार को इस घातक वायरस की चपेट में आने से बचाएं।

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FAQ

अगर आपको या आपके आस पास किसी और को ये संक्रमण है थी उन्हें तुरंत आइसोलेट करें और सीधे संपर्क में आने से बचे। इसके साथ साथ ही तुरंत इलाज शुरु करें।

हां, ये आम बात है की मरीज़ों और स्वास्थकर्मीयों के माध्यम से निपाह वायरस फैल सकता है। इसलिए उचित दूरी बनाए रखें।

बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस की तकलीफ, और दिमागी सूजन जैसे लक्षण हो सकते हैं।

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