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पीसीवी टेस्ट: क्या है, कब करना चाहिए, और सामान्य परिणाम क्या दर्शाते हैं?

Published: 12 Dec 2024
Updated: 12 Dec 2024
PCV test

अगर आपको अपने रक्त में आरसीबी (RCB) की मात्रा जानना चाहते हैं तो pcv test in hindi लेख में जानें कि कैसे यह टेस्ट आपके रक्त की स्थिति और स्वास्थ्य की छुपी समस्याओं का पता लगाने में मदद कर सकता है। पीसीवी टेस्ट को हम पैक्ड वॉल्यूम टेस्ट और हेमाटोक्रिट टेस्ट के नाम से भी जानते हैं। इससे हमें लाल रक्त कोशिकाओं की मात्रा का पता चलता है जो हमारे शरीर के विभिन्न अंगों में ऑक्सिजन संचारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 

इस जांच का उपयोग उन परिस्थितियों में होता है जब आपको रक्त संबंधी बीमारी या फिर किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी की आवश्यकता हो। मान लीजिए अगर आपके शरीर में लाल रक्त कणों की मात्रा या तो जरूरत से अधीक बढ़ जाती है या घट जाती है तो वो एक बड़ी समस्या हो सकती है, जिसका इलाज आवश्यक है। आइए आज हम पीसीवी टेस्ट के विषय में और भी विस्तार से जानते हैं।  

पीसीवी टेस्ट : इसे कब करवाना चाहिए? 

पीसीवी टेस्ट एक ऐसा जांच है जिसे हम अलग-अलग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का पता लगाने के लिए उपयोग में ला सकते हैं। यहां हमने कुछ प्रमुख कारणों की सूची बनाई है।  

एनीमिया की परिस्थिति में 

अगर आप थकान, सर दर्द, कमज़ोरी या फिर चक्कर आने जैसी समस्या होती है तो आपको पीसीवी टेस्ट कराने की आवश्यकता पड़ सकती है। ये टेस्ट आपने आरबीसी और हीमोग्लोबिन की मात्रा का आकलन कर उसका उचित इलाज कराने में सहायक होती है।  

पॉलीसाइथेमिया 

पॉलीसाइथेमिया उस कंडीशन को कहते हैं जब आपके रक्त में लाल रक्त कोशिकाएं बहुत अधिक बढ़ जाती हैं। इस स्थिति में आपका रक्त आवश्यक्ता से अधिक गाढ़ा हो जाता है जो आपके ह्रदय के वाल्व से गुजरने पर दिल का दौरा का खतरा पैदा कर सकता है। इसके लिए आपको रक्त को पतला करने की आवश्यकता होती है। परन्तु बिना पीसीवी टेस्ट के इसका पता लगा पाना असम्भव है।  

डिहाइड्रेशन 

जब शरीर में पानी कम होता है तो उससे खून गाढ़ा हो जाता है। खून के गाढ़ा होते ही आपने शरीर में आप की मात्रा बढ़ जाती है, जो आपके हृदय और फेफड़ों के लिए बिल्कुल ही उचित नहीं है। अगर आपको डिहाइड्रेशन की समस्या है तो पीसीवी टेस्ट के माध्यम से उसकी गंभीरता का आकलन कर तुरंत उचित उपचार उपलब्ध कराया जाता है।  

हृदय या फेफड़ों से संबंधित बीमारियां 

अगर आप किसी प्रकार के हृदय रोग या फेफड़े की समस्या से जूझ रहे हो तो उस समय आपके रक्त में ऑक्सिजन की मात्रा कम होने की संभावना रहती है। आपके रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा कितनी है है यह जानने के लिए पीसीवी टेस्ट करना आवश्यक होता है। इससे आपको सही समय पर सही इलाज मिलता है।  

क्रोनिक किडनी डिज़ीज़ 

जब आपकी किडनी में समस्या होती है थी वो ठीक से आपका रक्त को फिल्टर नहीं करती तो आपका रक्त गाढ़ा हो जाता है क्योंकि उसमें इनफेक्शन बढ़ जाता है। अगर आपको किडनी संबंधी समस्या है या उसके कोई लक्षण हैं तो पीसीवी टेस्ट के माध्यम से आप उसकी जांच कर सकते हैं। इससे आपको उचित इलाज मिलने में सहायता मिलेगी।  

पीसीवी टेस्ट: इसे कैसे किया जाता है?  

पीसीवी टेस्ट करना कोई मुश्किल तरीका नहीं है और ना ही आपको इसमें कोई अधिक पीड़ा होगी। इसमें आपके बांहों से आपके रक्त का नमूना लिया जाता है, जिसको फिर लैब में भेज कर टेस्ट करा जाता है। जब आपके सैंपल ले लिए जाते हैं तो उन्हें कब में ले जा कर एक सेंट्रीफ्यूज मशीन में घुमाया जाता है, जिससे आपके रक्त के घटक अलग हो जाते हैं। रक्त के सबसे नीचे की परत में लाल रक्त कोशिकाएँ होती हैं, जिससे आपके आरबीसी की मात्रा का सही अंदाज़ा लगाया जाता है। 

पीसीवी टेस्ट: इसके सामान्य परिणाम 

पीसीवी टेस्ट में जो परिणाम आते हैं वो लिंग, और आयु के आधार पर अलग-अलग होते हैं। हर लिंग और आयुवर्ग में अलग मात्रा के लाल रक्त कोशिकाओं को सामान्य माना गया है। इस चार्ट से आपको इसके बारे में जानकारी मिलेगी:  

  1. पुरुष : 40-54% के बीच 
  2. महिला : 36-48% के बीच 
  3. बच्चे : 36-40% के बीच 

वैसे ये समझने वाली बात है कि लाला रक्त कोशिकाओं की सामान्य सीमा अलग अलग व्यक्तियों के स्वास्थ्य के अनुसार भिन्न हो जाती है। ये कोशिकाएं एनीमिया या डीहाइड्रेशन के वजह से भी कम हो जाती है। इन समस्याओं का आकलन और पहचान हम पीसीवी टेस्ट के माध्यम से कर सकते हैं।  

पीसीवी टेस्ट के परिणामों का विश्लेषण 

आरबीसी का स्तर कम होना आपके शरीर में उत्पन्न हो रही समस्या का संकेतक है। जिनमें से कुछ के बारे में आज हम आपको बताएंगे। सबसे पहले एनीमिया की बात करते हैं। अगर आपके आहार में आयरन और शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है तो आपके पीसीवी का स्तर गिर जाएगा। अगर आपके किडनी में किसी प्रकार की समस्या है और वो इरिथ्रोपोएटिन हार्मोन नहीं बना पा रही तब भी आपके शरीर में आरबीसी का स्तर नीचे जाएगा।  

पीसीवी टेस्ट करवाने के फायदे 

pcv test in hindi लेख में जानें कि कैसे यह टेस्ट आपकी रक्त की स्थिति का सही आकलन कर सकता है और आपको सही समय पर सही इलाज कराने में मदद करता है। रक्त के बिना जीवन संभव नहीं है और रक्त आपके शरीर में हो रही समस्याओं का आकलन करने हेतु प्रमुख भूमिका निभाता है। अगर आप पीसीवी टेस्ट करवाते हैं तो आपके अपने किडनी, फेफड़े, दिल, और रक्त में भी होने वाली कई समस्याओं का कारण पता चल सकता है जिससे आप ठीक समय पर उपचार ले सकते हैं। तो अगर देखा जाए तो पीसीवी टेस्ट कई मायने में आपको स्वास्थ्य रखने के लिए आवश्यक है।  

निष्कर्ष

अगर आप स्वास्थ्य संबंधी समस्या जैसे एनीमिया, ब्लड इनफेक्शन आदि से ग्रस्त हैं तो पीसीवी टेस्ट उसकी जांच कर उनका पता लगाने में प्रमुख भूमिका निभाता है। इससे आपको सही समय पर सही इलाज करा पाना सम्भव जाता है और आगे आने वाली गंभीर बीमारी से आप बच पाते हैं।

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1299

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Include : parameters

Specimen : WB EDTA

Report Delivery :

385

FAQ

पीसीवी टेस्ट से हम किडनी, फेफड़े, हृदय और रक्त संबंधी बीमारियों का पता लगा सकतें हैं।

नहीं, ये बिल्कुल भी महंगे नही होते और आप सस्ते में ये जांच करा सकते हैं।

ऐसा होने पर तुरंत डाक्टर की सलाह लें और सप्लीमेंट लेना शुरू करें।

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